मध्य प्रदेश
उप्र में धूल भरी आंधी चलने की सम्भावना

लखनऊ, 31 मई।

उप्र में धूल भरी आंधी चलने की सम्भावना
प्रदेश में मौसमी परिवर्तन का असर अभी भी देखने को मिल रहा है। धूप निकलने के बावजूद लू के थपेड़ों और झुलसा देने वाली गर्मी से फिलहाल लोगों का राहत मिली है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को आद्रता बढ़ने की वजह से उमस का ज्यादा प्रभाव रहा।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को आगरा का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री और अधिकतम तापमान 42 डिग्री, अलीगढ़ का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री और अधिकतम तापमान 41 डिग्री, इलाहाबाद का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री और अधिकतम तापमान 42 डिग्री, बहराइच का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री और अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इसके अलावा बांदा का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 42 डिग्री, बरेली का न्यूनतम तापमान 26 डिग्री और अधिकतम तापमान 38 डिग्री, गोरखपुर का न्यूनतम तापमान 26 डिग्री और अधिकतम तापमान 36 डिग्री, झांसी का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 42 डिग्री, कानपुर का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 38 डिग्री, लखनऊ का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वहीं मेरठ का न्यूनतम तापमान 26 डिग्री और अधिकतम तापमान 38 डिग्री, मुरादाबाद का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 38 डिग्री और वाराणसी का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश में बीते चौबीस घंटों में जहां उरई 46.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गरम स्थान रहा, वहीं खीरी में न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में अगले चौबीस घण्टों में न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रहने की सम्भावना है। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने के आसार हैं। वहीं सोमवार और मंगलवार को भी इसी तरह का मौसम रहेगा और कई जगहों पर मानसून के पूर्व की हल्की बारिश भी हो सकती है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अरब सागर में बना निम्न दबाव का क्षेत्र इस समय उत्तरी कर्नाटक तट पर जा सकता है। पंजाब और इसके आसपास के क्षेत्र में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पश्चिम राजस्थान और आसपास के मध्य पाकिस्तान के ऊपर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस प्रणाली से झारखंड तक एक ट्रफ़ रेखा फैली हुई है। दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश और इससे सटे मध्य प्रदेश में एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। उत्तरी छत्तीसगढ़ से तेलंगाना तक एक ट्रफ़ रेखा फैली हुई है।
देश में पिछले चौबीस घंटों के दौरान, दक्षिण तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश हुई। केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों के साथ लक्षद्वीप के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वी बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम के कुछ हिस्सों, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण कोंकण और गोवा के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई। तमिलनाडु, रायलसीमा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और तेलंगाना के कुछ भागों में हल्की बारिश हुई। राजस्थान, दिल्ली, विदर्भ, मध्य प्रदेश और दक्षिण उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू का प्रकोप जारी रहा।
अगले चौबीस घंटों के दौरान, केरल, कर्नाटक, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर राज्य, सिक्किम, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। अंडमान निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में भारी और बाकी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। विदर्भ, पश्चिम मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तराखंड के एक दो स्थानों में हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों जैसे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के कुछ हिस्सों और मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों में लू की स्थिति में सुधार होगा।
चौथा खंभा न्यूज़ .com / नसीब सैनी/अभिषेक मेहरा
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कार्टोसेट 3 के सफल प्रक्षेपण के लिए राजनेताओं ने इसरो के वैज्ञानिकों को दी बधाई
—इसरो ने सुबह 9.28 बजे सैटेलाइट कार्टोसेट-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया


भोपाल,(नसीब सैनी)।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने 27 नवम्बर की सुबह देश की सुरक्षा और विकास के लिए इतिहास रचा है। इसरो ने सुबह 9.28 बजे सैटेलाइट कार्टोसेट-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। अब भारतीय सेनाएं पाकिस्तान की नापाक हरकत और उनकी आतंकी गतिविधियों पर बाज जैसी नजर रख पाएंगी। जरूरत पड़ने पर इस सैटेलाइट की मदद से सर्जिकल या एयर स्ट्राइक भी कर पाएंगी। इसरो की इस उपलब्धि पर मप्र भाजना नेताओं ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है।

मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसरो के वैज्ञानिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा ‘वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की पूरी टीम को हार्दिक बधाई @isro # PSLVC47 से # कार्टोसेट 3 के सफल प्रक्षेपण के लिए। यह मिशन विशेष है, क्योंकि यूएसए के 13 वाणिज्यिक नैनो-उपग्रह भी लॉन्च किए गए हैं। भावी मिशन के लिए शुभकामनाएं!
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने शुभकामनाएं देते हुए अपने ट्वीट में लिखा ‘श्रीहरिकोटा से @isro द्वारा # PSLVC47 से #Cartosat3 सैटेलाइट सहित 13 नैनो सेटेलाइट का किया सफल प्रक्षेपण ,यह सैटलाइट सभी मौसम में पृथ्वी की तस्वीरे लेने में सक्षम है, जिससे सेना को व आपदा के समय राहत व बचाव कार्य में मदद मिलेगी। @isro के तपोनिष्ठ वैज्ञानिकों को हार्दिक शुभकामनाएं’।

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्वीट में कहा #PSLVC47 द्वारा #Cartosat3 और 13 अमेरिकी सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक लॉन्च करने पर @isro के सभी वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई… #Cartosat3 सैटेलाइट की मदद से अब भारतीय सेना नापाक गतिविधियों पर बाज जैसी नजर रख पाएंगी और जरूरत पड़ने पर सर्जिकल स्ट्राइक भी कर पाएंगी’।
नसीब सैनी
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हनीट्रेप मामले में इंदौर हाईकोर्ट ने राज्य शासन से मांगा जवाब
—इस याचिका में कहा गया था कि राज्य शासन ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन तो कर दिया है, लेकिन बार-बार एसआटी में अधिकारियों को बदला जा रहा है


भोपाल/इंदौर,(नसीब सैनी)।
मध्यप्रदेश का हाई-प्रोफाइल हनीट्रेप केस इन दिनों सुर्खियों में है । आये दिन इस केस के अगल- अलग पहलू सामने आ रहे हैं । लेकिन अभी तक कोई पुख्ता कार्यवाई इस केस को लेकर नहीं हो सकी है । इस मामले की जांच में जुटे कई आला अधिकारी का ट्रान्सफर कर दिया जा रहा है । मध्यप्रदेश शासन द्वारा बीते 9 दिनों में इस केस की जांच में जुटे तीन एसआईटी प्रमुखों को बदला जा चुका है । एसआईटी में बार-बार हो रहे बदलाव को लेकर अब इंदौर हाईकोर्ट ने राज्य शासन से जवाब मांगा है । इधर, स्पेशल डीजी राजेंद्र कुमार ने गुरुवार को एसआईटी का कार्यभार संभाला और अधिकारियों से अबतक की सारी अपडेट ली।

इंदौर हाईकोर्ट ने बार- बार एसआईटी में बदलाव करने पर नाराजगी जताई है और इस पर सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा कि सरकार बंद लिफाफे में जवाब दे कि आखिर क्यों तीन बार एसआईटी प्रमुख को बदलने की जरुरत पड़ी। इंदौर निवासी शेखर चौधरी नामक व्यक्ति द्वारा यह याचिका दायर की गई है, जिस पर आज शुक्रवार को सुनवाई हुई। याचिका में मामले की जांच सीबीआई या कोर्ट की निगरानी में करवाने की मांग की गई है। दरअसल, बीते गुरुवार को शेखर चौधरी ने अधिवक्ता धर्मेन्द्र चेलावत के माध्यम से हनीट्रैप को लेकर इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी ।

इस याचिका में कहा गया था कि राज्य शासन ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन तो कर दिया है, लेकिन बार-बार एसआटी में अधिकारियों को बदला जा रहा है। सरकार इस मामले की जांच की दिशा भटकाने का प्रयास भी कर रही है। बार-बार जांच अधिकारी बदले जा रहे हैं। जैसे ही जांच आगे बढ़ती है, सरकार एसआईटी के अधिकारियों को बदल देती है। ऐसी स्थिति में जांच में गड़बड़ी की आशंका है। जिस पर आज शुक्रवार को सुनवाई हुई और कोर्ट ने राज्य सरकार से बंद लिफाफे में जवाब मांगा।

बता दें कि कुछ दिन पहले आईपीएस संजीव शमी को एसआईटी का प्रमुख बनाया था, लेकिन बाद में बदल दिया गया। जो भी अधिकारी जांच कर रहे हैं, वे राज्य शासन के अधीन हैं, लेकिन बार- बार हो रहे बदलाव से जांच प्रभावित होने की आशंका है इसलिए यह जांच सीबीआई या किसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपी जाए और हाईकोर्ट दिन-प्रतिदिन इसकी निगरानी करे।
नसीब सैनी
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हनीट्रैप मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी के चीफ तीसरी बार बदले
—राज्य शासन ने देर रात पुलिस विभाग में किया बड़ा फेरबदल


भोपाल,(नसीब सैनी)।
राज्य शासन ने मंगलवार रात पुलिस विभाग में बड़ी सर्जरी की है। इसके साथ ही बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की जांच के लिए 9 दिन पहले बनी एसआईटी में भी तीसरी बार बदलाव कर दिया गया है। हनी ट्रैप केस की जांच के लिए राज्य सरकार ने अब डीजी स्तर के सीनियर आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार को एसआईटी का जिम्मा सौंपा है। राजेंद्र कुमार 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनसे पहले संजीव शमी इसके प्रमुख थे, जिन्हें बदलकर पुलिस भर्ती एवं एंटी नक्सल ऑपरेशन में भेजा गया है।

मंगलवार की देर शाम मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्य सचिव एसआर मोहंती और डीजीपी वीके सिंह से इस बारे में चर्चा करने के बाद एसआईटी को बदला है। राजेंद्र कुमार के साथ एसआईटी टीम में एडीजी सायबर क्राइम मिलिंद कानस्कर और एसएसपी इंदौर रुचि वर्धन मिश्र रहेंगी। टीम की कमान संभालने वाले राजेंद्र कुमार को यह अधिकार दिए गए हैं, वे अगर आवश्यक होगा तो अन्य अधिकारियों की मदद ले सकेंगे। डीजीपी को एसआईटी को आवश्यक सहयोग देने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसके साथ ही कुछ और सीनियर आईपीएस अधिकारियों के कामकाज में परिवर्तन किया है। उन्होंने पुलिस अफसरों के विवादों के बीच बड़ी सर्जरी में तीन वर्ष से ज्यादा एक स्थान पर पदस्थ वरिष्ठ अफसरों को भी बदल दिया है। स्पेशल डीजी सायबर सेल व एसटीएफ प्रमुख पुरुषोत्तम शर्मा को भी डीजीपी से विवाद के चलते हटाया गया है। उन्हें संचालक लोक अभियोजन का जिम्मा दिया गया है। वे राजेंद्र कुमार की जगह पर जाएंगे। बड़ी सर्जरी में राज्य सरकार ने लंबे समय तक परिवहन आयुक्त रहे शैलेंद्र श्रीवास्तव को पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की जवाबदारी दी है।

इसके अलावा केएन तिवारी स्पेशल डीजी,ईओडब्ल्यू को स्पेशल डीजी, चयन एवं भर्ती, पुरुषोत्तम शर्मा स्पेशल डीजी, सायबर एवं एसटीएफ को संचालक, लोक अभियोजन, एडीजी, योजना पवन जैन को एडीजी लोकायुक्त संगठन, एडीजी, इंटेलीजेंस-कैलाश मकवाना को एडीजी प्रशासन, एडीजी आरएपीटीसी-मिलिंद कानस्कर को एडीजी सायबर, एडीजी एंटी नक्सल ऑपरेशन-जीपी सिंह को एडीजी एससीआरबी, एडीजी लोकायुक्त संगठन-सुशोभन बनर्जी को प्रभारी डीजी ईओडब्ल्यू, एडीजी प्रशासन-एसडब्ल्यू नकवी को एडीजी इंटेलीजेंस, एडीजी, लोकायुक्त संगठन-वी मधुकुमार को आयुक्त परिवहन, एडीजी सायबर-राजेश गुप्ता को एडीजी एटीएस, एडीजी एससीआरबी-आदर्श कटियार को एडीजी व आईजी भोपाल, एडीजी एटीएस-संजीव शमी को एडीजी चयन एवं भर्ती, आईजी भोपाल-योगेश देशमुख को आईजी प्रशासन की कमान सौंपी गई है।

जिन अधिकारियों को प्रमोशन मिला है उनमें आईजी लॉ एंड ऑर्डर-अनंत कुमार सिंह को एडीजी योजना, आईजी होशंगाबाद-आशुतोष राय को एडीजी व आईजी होशंगाबाद, आईजी ग्वालियर-राजाबाबू सिंह को एडीजी व आईजी ग्वालियर, आईजी चंबल-डीपी गुप्ता को एडीजी व आईजी चंबल और शैलेष सिंह ओएसडी मुंबई पदस्थ किया गया है।
नसीब सैनी
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