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ग्योंग के रविंद्र ने यूपीएससी की परीक्षा की पास, हासिल किया 695वां रैंक
ग्योंग के रविंद्र ने यूपीएससी की परीक्षा की पास, हासिल किया 695वां रैंक
कैथल, 25 सितंबर ( चौथा खंभा न्यूज़ ) जिद्द, मेहनत, मन में कुछ कर गुजरने के जज्बे से सफलता हासिल की जा सकती है। युवाओं को लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए, जिससे वह कड़ी मेहनत करके अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है। इसी पथ पर चलते हुए गांव ग्योंग के रविंद्र ने यूपीएससी की परीक्षा में 695 वां रैंक प्राप्त करके अपने गांव का नाम ही नहीं, बल्कि जिले का नाम भी रोशन किया है। रविंद्र कुमार ने कहा कि प्रतिभा हर व्यक्ति में होती है, परंतु बिना गाइडेंस के लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो जाता है। मेरी सफलता के पीछे माता-पिता व परिजनों का हाथ है। मेरे भाई शिव कुमार जोकि ईटीओ के पद पर तैनात है, उन्होंने मुझे प्रेरित किया। मेरे मन में शुरू से ही आईएएस का पद हासिल करना था और इस बीच आने वाली सभी बाधाओं को पार करते हुए आखिर मुझे यह सफलता मिल ही गई। पढ़ाई में रूचि और माहौल भी अच्छा होना काफीआवश्यक है।
क्या है रविंद्र की सफलता का राज
रविंद्र का कहना है कि मेरे पिताजी मदन लाल शुगर मिल में वॉटरमैन के पद कार्यरत है, जोकि सीजनल ड्यूटी होती है। मेरी माताजी कृष्णा देवी गृहणी है। घर में एक भाई और एक बहन हैं और घर की आर्थिक स्थिति भी सही नहीं है। मैंने पहली से 9वीं कक्षा की पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल में की। इसके बाद नरड़ के प्राईवेट स्कूल में दसवीं तथा 11वीं व 12वीं कक्षा कैथल ओएसडीएवी स्कूल से पास की। पढ़ाई में मेरे परिवार ने पूरा सहयोग किया और इसके बाद एनआईटी कुरूक्षेत्र से बीटैक, पैक चंडीगढ़ से एम टैक की। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा प्राप्त करने के बाद 2017 में लोक निर्माण विभाग में जेई के पद पर कार्य किया। इसके बाद 2019 में मार्किटिंग बोर्ड में एक महीना एसडीओ के पद पर कार्य किया। गवर्नमेंट पोलटैक्निक चीका में इलैक्ट्रिक इंजीनियर का लेक्चरार के रूप में कार्य किया। नौकरी के साथ-साथ मैंने पढ़ाई को भी जारी रखा और यूपीएससी का पेपर पास करने में लगा रहा। खाली समय मिलते ही मेरे मन में पढ़ाई करने की इच्छा रहती थी और मैं हमेशा अपने पास किताबें रखता था और अखबारों, टीवी में न्यूज चैनलों तथा सामान्य ज्ञान जैसी पुस्तकों से ज्ञान प्राप्त करता रहता था। खाली समय को मैं बर्बाद नहीं होने देता था। मैंने पहला पेपर 2018 में दिया, जिसमें इंटरव्यू पास नहीं कर पाया। इसके बाद फिर 2019 में प्रयास किया। प्री क्लीयर हो गया पर मेन्स परीक्षा में रह गया और 2020 में यूपीएससी का फिर से पेपर दिया, जिसमें 695 रैंक हासिल हुआ और मैंने अपने निर्धारित लक्ष्य का हासिल कर लिया। इन परीक्षाओं के दौरान मुझे कोरोना भी हुआ था तथा लिखित परीक्षा के दौरान अंगुली में सूजन भी आ गई थी लेकिन मैंने हार नहीं मानी और परीक्षा दी। रविंद्र का कहना है कि समस्याएं आती रहती है, उन सभी समस्याओं से हमें लडऩा चाहिए और लक्ष्य निर्धारित करके जीत हासिल करनी चाहिए। शिक्षा प्राप्त करके हम सब कुछ हासिल कर सकते हैं। मैंने अपने गांव के बच्चों को भी काफी प्रेरित किया।
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने रविंद्र को दी बधाई
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने यूपीएससी की परीक्षा पास करने पर रविंद्र को बधाई दी। उपायुक्त ने कहा कि जिले के युवाओं को रविंद्र से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिनकी सफलता के बीच में काफी बाधाएं आई, लेकिन उन्होंने सफलता हासिल की। यदि व्यक्ति अपने मन में कुछ करने का संकल्प लें और उस रास्ते पर डटकर चले तो उसे जीत हासिल हो जाती है। युवाओं को अच्छे दोस्त बनाने चाहिए और गलत दिशा में जाने से बचना चाहिए। युवाओं को पढ़ाई में रूचि रखनी चाहिए और समय की अहमियत समझनी चाहिए।
विधायक लीला राम, ईश्वर सिंह व रणधीर गोलन ने भी दी शुभकामनाएं
यूपीएससी की परीक्षा पास करने पर कैथल से विधायक लीला राम ने रविंद्र को शुभकामनाएं दी व युवाओं को रविंद्र से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को परिणाम की चिंता करने की बजाए नियमित अभ्यास पर ध्यान देना चाहिए, जिससे वह निरंतर अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ते रहे। गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह ने रविंद्र व परिजनों को फोन पर बधाई देते हुए कहा कि रविंद्र ने पूरे देश में जिले का नाम रोशन किया है, यह सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायी है। एक ग्रामीण आंचल से निकलकर इस मंजिल तक पहुंचना बहुत कठिन रहा होगा, पर मेहनत करने वालों को कभी निराशा हाथ नहीं लगती। रविंद्र, उनके परिजनों व जिला वासियों को उनकी सफलता पर बहुत शुभकामनाएं। पर्यटन निगम के चेयरमैन व विधायक रणधीर गोलन ने भी रविंद्र रंगा को देश की सबसे कठिन परीक्षा पास करने पर बधाई दी व प्रशासनिक सेवाओं में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
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ITBP सब इंस्पेक्टर के खाते से 2.59 लाख उड़ाए: हिमाचल से लौटते समय बस में चोरी हुआ ATM कार्ड और मोबाइल; एक चूक से पकड़ा गया बदमाश
सब इंस्पेक्टर हिमाचल के रहने वाले है और रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित आईटीबीपी के कैंप में तैनात है। रेवाड़ी बस स्टैंड चौकी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।


हरियाणा के रेवाड़ी में ITBP में तैनात सब इंस्पेक्टर का मोबाइल फोन व ATM कार्ड चोरी कर उनके खाते से 2 लाख 59 हजार रुपए साफ कर दिए। सब इंस्पेक्टर हिमाचल के रहने वाले है और रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित आईटीबीपी के कैंप में तैनात है। रेवाड़ी बस स्टैंड चौकी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, हिमाचल के अवैरी बैजनाथ निवासी रमेश चंद ITBP में रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित कैंप में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। रमेश चंद ने बताया कि कुछ समय पहले वह छुट्टी पर घर गए थे। छुट्टी खत्म होने के बाद वह ड्यूटी ज्वॉइन करने के लिए 28 दिसंबर को रेवाड़ी बस स्टैंड पहुंचे थे। बस स्टैंड से जाटूसाना जाने के लिए बस में सवार होते समय किसी ने भीड़ में उनका एटीएम व मोबाइल चोरी कर लिया। उसके बाद मोबाइल व एटीएम के जरिए ही खाते से 259000 हजार रुपए निकाल लिए।
जांच करने पर आरोपी की पहचान जाटव मोहल्ला रामपुरा निवासी लोकेश पालिया के रूप में हुई। जिसमें 20200 रुपए अपने अकाउंट में ड्रांसफर किए जबकि एक लाख रुपए खाते से निकाले गए। बाकी लेनदेन पेटीएम से किया गया। पूरी जानकारी हासिल करने के बाद रमेश चंद ने इसकी शिकायत बस स्टैंड चौकी पुलिस को दी। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी लोकेश पालिया की तलाश शुरू कर दी है। गुरुवार को पुलिस ने लोकेश के घर दबिश भी दी, लेकिन वह नहीं मिला। बस स्टैंड चौकी पुलिस के अनुसार जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
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पानीपत में रोका बाल विवाह: लड़का और लड़की दोनों थे नाबालिग, शपथ पत्र लेकर फिलहाल रोकी गई शादी
लड़का व लड़की दोनों के स्कूली दस्तावेजों की जांच की गई तो लड़की की उम्र 16 साल व लड़के की उम्र 19 साल पाई गई। दोनों ही अभी शादी के योग्य नहीं थे। परिवार वालों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल इस शादी को रोक दिया गया है।


हरियाणा के पानीपत जिले के एक गांव में बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बाल विवाह रुकवाया है। अधिकारी ने सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को किया। लड़का व लड़की दोनों के स्कूली दस्तावेजों की जांच की गई। जिसमें लड़की की उम्र 16 साल व लड़के की उम्र 19 साल पाई गई। दोनों ही अभी शादी के योग्य नहीं थे। परिवार वालों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल इस शादी को रोक दिया गया है। दोनों पक्षों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल शादी पर रोक लगा दी है। वहीं 4 जनवरी को कोर्ट खुलने के बाद मामला कोट के संज्ञान में लाकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता के अनुसार
जानकारी देते हुए बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि उन्हें सूचना प्राप्त हुई की गांव नवादा पार में एक नाबालिग लड़की की शादी होनी है। सूचना मिलने पर वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वहां जाकर लड़की पक्ष से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान लड़की के सभी दस्तावेज चेक किए गए। लड़की के स्कूल के दस्तावेजों में उसकी जन्मतिथि मार्च 2005 की मिली। यानी दस्तावेजों के आधार पर लड़की अभी महज 16 साल की थी। इसके बाद लड़के पक्ष को फोन पर बात कर अपने कार्यालय बुलाया। जहां लड़का पक्ष मौजूद हुआ और लड़के के दस्तावेजों को चेक किया गया, जिसमें लड़का भी नाबालिग पाया गया। लड़के की उम्र दस्तावेजों के आधार पर 19 साल थी।
इन कारणों से हो रही थी बाल विवाह
लड़की के पिता ने बताया कि वह पेशे से श्रमिक हैं। यह अपनी बेटी की शादी गरीबी और अज्ञानता के चलते कर रहे थे। साथ ही वह खुद हार्ट पेशेंट है, उनकी तमन्ना थी कि उनके जीते जी उनकी बेटी की शादी हो जाए। वही लड़के पक्ष से लड़के का कहना है कि उसकी चार बड़ी बहने हैं, जो कि चारों विवाहित हैं। तीन भाई व एक छोटी बहन है। अब घर में कोई रोटी बनाने वाला नहीं था, क्योंकि मां की तबीयत सही नहीं रहती है। इसी के चलते वह शादी कर रहा था।
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बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं: थाने में युवक संग जाने को अड़ी 19 वर्षीय छात्रा, दो दिन पहले गई थी साथ
युवती ने पुलिस से साफ कह दिया कि वह युवक के साथ ही जाएगी। पुलिस और परिजनों के सामझाने पर वह नहीं मानी। छात्रा ने परिजनों की सब दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं।


हरियाणा के रोहतक के जिले में कॉलेज से दो दिन पहले एक युवक संग गई युवती को पुलिस ने बरामद कर लिया। हालांकि युवती ने पुलिस से साफ कह दिया कि वह युवक के साथ ही जाएगी। पुलिस और परिजनों के सामझाने पर वह नहीं मानी। छात्रा ने परिजनों की सब दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं।
कॉलेज गई थी प्रवेश पत्र लेने
लाखन माजरा थाना क्षेत्र के एक गांव से छात्रा मंगलवार सुबह कॉलेज के लिए यह कहकर निकली थी कि आगामी परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र लेने जा रही हूं। उसके वापस न लौटने पर परिजनों ने काफी खोज खबर की।रातभर छात्रा की खोज-खबर करने के बाद बुधवार सुबह पुलिस को सूचना दी। छात्रा के पिता ने थाना लाखन माजरा में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने छात्रा व युवक को वीरवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया। दोनों को थाना लाया गया। यहां छात्रा ने युवक संग जाने की रट लगा दी।
कोर्ट में होंगे पेश
मामले में थाना लाखन माजरा एसएचओ अब्दुल्ला खान का कहना है कि छात्रा बालिग है। छात्रा व युवक को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहां उनके बयानों के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। युवक व छात्रा को कोर्ट ले जाने की तैयारी की जा रही है।
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