उड़ीसा
ट्रेन के एसी कोच में मरा हुआ चूहा, परेशान होकर बीच रास्ते में ही उतरे हाईकोर्ट जज

भुवनेश्वर। वैसे तो रेल प्रशासन अपने यात्रियों की सुरक्षा के लिए खासा इंतजाम कर रहा है। लेकिन, रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही के चलते किरकिरी हो जाती है। ऐसा ही मामला उड़ीसा के भुवनेश्वर में सामने आया है। जहां ट्रेन के एसी कोच में सफर कर रहे ओडिशा हाईकोर्ट के जज को अपनी यात्रा बीच में ही खत्म करनी पड़ी। दरअसल हुआ यूं कि मुंबई जाने वाली कोणार्क एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में मरा हुआ चूहा पड़ा था। इसी कोच में न्यायमूर्ति बिश्वनाथ रथ भुवनेश्वर से सवार होकर विशाखापट्टनम जा रहे थे। लेकिन, मरे हुए चूहे की बदबू से परेशान होकर बेरहामपुर रेलवे स्टेशन पर अपनी यात्रा बीच में ही रद्द करनी पड़ी।
न्यायाधीश के साथ सफर कर रहे एक यात्री ने बताया कि कोच में मरा हुआ चूहा पाया गया था। बोगी में घूसते ही मरे हुए चूहे की तेज बदबू आ रही थी। इस बारे में ट्रेन में मौजूद रेलवे कर्मचारियों को भी शिकायत की गई, लेकिन कोई कुछ नहीं कर सका। ये बदबू बर्दाश्त करने लायक नहीं थी जिस कारण हाई कोर्ट के जज बेरहामपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतर गए।

Top News
पत्रकार के साथ बदसलूकी करने के मामले में बीजद सांसद के खिलाफ मामला दर्ज
—इस मामले में अभी तक सांसद ने क्षमायाचना नहीं की है और न ही बीजद की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आयी है


भुवनेश्वर,( नसीब सैनी)।
न्द्रापडा में एक टेलीविजन चैनल के पत्रकार के साथ कैमरा के सामने केन्द्रापडा के सांसद अनुभव महांति द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने के मामले में केन्द्रापडा पुलिस ने सांसद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है । पीडित पत्रकार मनोज स्वाईं के शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 341, 323, 294, 500 व 506 के तहत मामला दर्ज किया है ।

उधर, प्रदेश भर में सांसद के दुर्व्यवहार के खिलाफ पत्रकारों का रोष बढता जा रहा है । इस मामले में अभी तक सांसद ने क्षमायाचना नहीं की है और न ही बीजद की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आयी है।

उल्लेखनीय है कि गुरुवार को इस घटना के खिलाफ भुवनेश्वर के पत्रकारों ने स्थानीय जयदेव भवन में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया था । पत्रकारों ने सांसद महांति के खिलाफ मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने की मांग की थी । पत्रकारों ने कहा था कि सांसद महांति 24 घंटे के अंदर सार्वजनिक रुप से क्षमायाचना करें। पत्रकारों ने आवश्यक होने पर विधानसभा व नवीन निवास का घेराव किया जाने की चेतावनी भी दी गई थी

पत्रकारों ने राज्य के अनेक स्थानों पर पत्रकार राजनेताओं के आक्रोश के शिकार होने के कारण विधानसभा के आगामी सत्र में पत्रकारों के सुरक्षा के लिए विधेय़क लाने के लिए मांग की थी ।
नसीब सैनी
Top News
सूचना आयोगों में खाली पड़े पदों पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें केंद्र और 9 राज्य : सुप्रीम कोर्ट
—पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और कर्नाटक सरकार को निर्देश


नई दिल्ली,(नसीब सैनी)।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय सूचना आयोग और राज्य सूचना आयोगों में खाली पड़े पदों पर नियुक्ति के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की मांग करनेवाली याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार और 9 राज्य सरकारों को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।

याचिका आरटीआई कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज ने दायर किया है। याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के पहले के आदेश के बावजूद केंद्रीय सूचना आयोग और राज्य सूचना आयोगों में खाली पड़े पदों को नहीं भरा गया है। अंजलि भारद्वाज की ओर से वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने नियुक्ति के लिए उम्मीदवारों का चयन भी नहीं किया है।
दरअसल, दिसम्बर 2018 में केंद्र सरकार ने कहा था कि केंद्रीय सूचना आयोग में खाली पद जल्द ही भर लिए जाएंगे। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि उसे केंद्रीय सूचना आयुक्त के लिए 65 और सूचना आयुक्तों के लिए 280 आवेदन मिले हैं। योग्य नामों का चयन कर लिया गया है।

केंद्र सरकार ने कहा कि इस बारे में जल्द ही अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि वो आवेदकों के नाम, सेलेक्शन का पैमाना और सर्च कमेटी का ब्यौरा कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग की वेबसाइट पर डालें।
पहले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और कर्नाटक सरकार को निर्देश दिया था कि वे केंद्रीय और राज्य सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के लिए उठाए गए कदम पर प्रगति रिपोर्ट दाखिल करें।

सूचना का अधिकार कानून के तहत सूचना आयोग पाने संबंधी मामलों के लिए सबसे बड़ा और आखिरी संस्थान है। हालांकि सूचना आयोग के फैसले को हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। सबसे पहले आवेदक सरकारी विभाग के लोक सूचना अधिकारी के पास आवेदन करता है। अगर 30 दिनों में वहां से जवाब नही मिलता है तो आवेदक प्रथम अपीलीय अधिकारी के पास अपना आवेदन भेजता है।
नसीब सैनी
Top News
पाटकुरा विधानसभा के लिए मतदान शुरू
309 मतदान केन्द्रों में से 138 मतदान केन्द्र संवेदनशील मतदान केन्द्र के रूप में चिह्नित किए गए हैं


भुवनेश्वर,(नसीब सैनी)।
केन्द्रापडा जिले के पाटकुरा विधानसभा सीट में सुबह सात बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सुबह सात बजे से प्रारंभ होकर शाम छह बजे तक चलेगा। 309 मतदान केन्द्रों पर कुल दो लाख 44 हजार 747 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर दस उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।इस चुनाव में एक लाख 27 हजार 431 पुरुष, एक लाख 17 हजार 306 महिला वोटर तथा दस तीसरे लिंग के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

309 मतदान केन्द्रों में से 138 मतदान केन्द्र संवेदनशील मतदान केन्द्र के रूप में चिह्नित किए गए हैं। यहां मुख्य मुकाबला बीजद के सावित्री अग्रवाल और भाजपा के विजय महापात्र के बीच होने की उम्मीद है।

उल्लेखीय है कि लोकसभा चुनाव के साथ ही राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के समय बीजू जनता दल (बीजद) के उम्मीदवार वेद प्रकाश अग्रवाल की मौत हो गई थी। इस कारण पाटकुरा विधानसभा सीट पर चुनाव को टाल दिया गया था। बाद में यहां मतदान के लिए चुनाव आयोग द्वारा एक तिथि तय की गई लेकिन फानी तूफान के आने के कारण उस वक्त भी चुनाव नहीं हो सका। ऐसे में आज यहां पर मतदान हो रहा है।
नसीब सैनी
-
Top News4 वर्ष पूर्व
आरकेटीसी और अशोक सेल्स के 10 ठिकानों में इनकम टैक्स की दबिश, मची अफरा-तफरी
-
लेख4 वर्ष पूर्व
राणा सांगा के समाधी स्थल की दुर्दशा
-
लेख4 वर्ष पूर्व
योगदर्शन में पांच प्रकार के क्लेश अविद्या, अस्मिता, राग, द्वेष तथा अभिनिवेश।
-
लेख4 वर्ष पूर्व
कबीर दास और मूर्तिपूजा
-
Top News4 वर्ष पूर्व
पुलिस मुठभेड़ पर एसआईटी जांच की मांग पर यूपी सरकार ने दाखिल किया जवाब
-
Top News4 वर्ष पूर्व
सगाई के बाद शादी तोड़ने पर दूल्हा समेत सात के खिलाफ मामला दर्ज
-
लेख4 वर्ष पूर्व
हिन्दू हाथ में इस्लाम की तलवार…..
-
अन्य खबरें4 वर्ष पूर्व
भाजपा नेताओं ने दी मुनि तरुणसागर जी को श्रद्धांजलि