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पहले एनकाउंटर अब नसबंदी, सीतापुर में कुत्तों का आतंक
25 मई,यूपी
यूपी के सीतापुर में आदमखोर हो जाने के शक में कुत्तों का एनकाउंटर करने के बाद भी बच्चों पर हमलों का सिलसिला बदस्तूर जारी है. पुलिस, प्रशासन और वन विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी हालात काबू में नहीं आ रहे. लिहाज़ा अब प्रशासन ने एनकाउंटर के बाद कुत्तों के नसबंदी की मुहिम चला दी है. मगर इस नसबंदी के बारे में आपको बताऊं उससे पहले आइए जान लीजिए कि आखिर 14 बच्चों के कातिल के बारे में खुद प्रशासन की क्या राय है? आखिर ये कातिल है कौन?
लाउडस्पीकर से एलान
पूरे सीतापुर में इन दिनों आदमखोर कुत्तों को लेकर जिला प्रशासन लाउडस्पीकर के माध्यम से एलान करा रहा है. जिसमें लोगों को कुत्तों से बचने की सलाह दी गई है. उपाय बताए गए हैं. बच्चों को घरों में रखने की बात कही गई है. सावधान रहने के लिए कहा गया है.
सारी कोशिशें नाकाम
महीने भर से मशकक़्त की जा रही है. 164 अधिकारियों की टीम को काम पर लगाया गया है. वन विभाग, पुलिस और अन्य एक्सपर्ट की टीमें इस मामले को लेकर काम कर रही हैं. बावजूद इसके 14 बच्चों की मौत हो चुकी है. 50 से ज़्यादा संदिग्ध आरोपी कुत्तों का एनकउंटर किया गया है. लेकिन ऑपरेशन ‘डॉग’ का नतीजा ज़ीरो ही दिख रहा है.
सीतापुर में हमलावर कौन?
कैमरे से बाहर निकल कर सीतापुर में संदिग्ध आदमखोर कुत्तों को लेकर प्रशासन कितना संजीदा हैं, ये जानने के लिए इन तीन बातों को देखना और समझना जरूरी हैं, क्योंकि इन्हीं तीन बातों के जरिए आप समझ सकेंगे कि सीतापुर में बच्चों पर हमला करने वाला आखिर है कौन? कुत्ता…जंगली कुत्ता, भेड़िया या फिर कोई और?
डीएम ने जारी एक प्रेस रीलीज
सीतापुर की डीएम यानी जिलाधिकारी ने सीतापुर के उन गांवों में पोस्टर लगवाए हैं, जहां संदिग्ध आदमखोर कुत्तों का सबसे ज्यादा आतंक है. सीतापुर की डीएम की ही तरफ से जारी प्रेस रीलीज में जनता तक सूचना पहुंचाने की गुजारिश कि गई है. और इसी दौरान जानवरों के अधिकार और उनकी रक्षा से जुडी एक संस्था भी सामने आई है. जिस संस्था का जिक्र खुद डीएम ने अपनी प्रेस रिलीज में भी किय़ा है.
प्रशासन ने जारी किया पोस्टर
अब आइए शुरूआत पोस्टर से करते हैं. इस पोस्टर में साफ-साफ लिखा है कि सीतापुर और उसके आसपास के गांवों में जो बच्चे मारे गए या घायल हुए उन सबके पीछे जंगली कुत्तों का हाथ है. वो जंगली कुत्ते ही हैं, जो बच्चों पर हमला कर रहे हैं. पोस्टर के माध्यम से इन जंगली कुत्तों से सावधान रहने के तमाम उपाय भी लोगों को बताए गए हैं.
हमले के लिए जिम्मेदार सिर्फ जंगली कुत्ते
पोस्टर के बाद अब इस प्रेस रिलीज पर गौर कीजिए. 17 मई को जारी इस प्रेस रिलीज मे डीएम ने दावा किया है कि सीतापुर जनपद में अब तक बच्चों पर हमले की जितनी भी घटनाएं हुई हैं, उनके लिए सिर्फ और सिर्फ जंगली कुत्ते ही जिम्मेदार हैं. ये भेड़िए या किसी और जानवर का काम नहीं है.
डीएम ने दिया संस्था का हवाला
अपने दावे के साथ जिलाधिकारी ने बाकायदा प्रेस रिलीज में एक संगठन का हवाला भी दिया है. उनका कहना है कि वाइल्ड लाइफ इंसटीट्यूट ऑफ इंडिया और ह्यूमन सोसायटी ऑफ इंडिया ने ये स्पष्ट किया है कि हमलावर कोई और नहीं बल्कि जंगली कुत्ते हैं.
संस्था ने जताई आपत्ति
मगर उसी ह्यूमन सोसायटी ऑफ इंडिया की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है. जिसका जिक्र जिलाधिकारी ने किया है. जिलाधिकारी के प्रेस रिलीज जारी करने के अगले दिन ही ह्यूमन सोसायटी ऑफ इंडिया ने उन्हें पत्र लिख कर बाकायदा आपत्ति जताते हुए कहा है कि उन्होंने कभी भी ऐसा नहीं कहा कि बच्चों पर हमला करने वाले जंगली कुत्ते ही हैं.
प्रशासन की लापरवाही
तो अब तक तो आप समझ ही चुके होंगे कि सीतापुर प्रशासन संदिग्ध आदमखोर कुत्तों के मामले की जांच कैसे कर रहा है? आप ये भी जान गए होंगे कि पूरी ताकत झोंकने के बाद भी अब तक यहां के लोगों को इस दहशत से निजात क्यों नहीं मिल पा रही?
यूपी पुलिस पर सवाल?
कमाल की बात तो ये है कि आजतक की टीम जब सीतापुर के अलग-अलग गांवों में पहुंची थी, तब हमें वहां कहीं भी पुलिस की कोई टीम गश्त पर नजर नहीं आई. लोगों को कहना था कि कई बार तो ऐसा भी हुआ कि कोई कुत्ता दिखाई दिया तो लोग खुद उसके पीछे लाठी-डंडा लेकर भागे. जबकि पुलिस वाले बस लोगों के पीछे दर्शक की तरह खड़े थे. वैसे इसके लिए यूपी पुलिस को जिम्मेदार ठहराना भी शायद ठीक नहीं होगा. कहां पेशेवर अपराधियों से निपटने और उनका एनकाउंटर करने वाली पुलिस और कहां कुत्तों के पीछे भागना
चौथा खंभा न्यूज़ .com / नसीब सैनी/अभिषेक मेहरा
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ITBP सब इंस्पेक्टर के खाते से 2.59 लाख उड़ाए: हिमाचल से लौटते समय बस में चोरी हुआ ATM कार्ड और मोबाइल; एक चूक से पकड़ा गया बदमाश
सब इंस्पेक्टर हिमाचल के रहने वाले है और रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित आईटीबीपी के कैंप में तैनात है। रेवाड़ी बस स्टैंड चौकी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।


हरियाणा के रेवाड़ी में ITBP में तैनात सब इंस्पेक्टर का मोबाइल फोन व ATM कार्ड चोरी कर उनके खाते से 2 लाख 59 हजार रुपए साफ कर दिए। सब इंस्पेक्टर हिमाचल के रहने वाले है और रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित आईटीबीपी के कैंप में तैनात है। रेवाड़ी बस स्टैंड चौकी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, हिमाचल के अवैरी बैजनाथ निवासी रमेश चंद ITBP में रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित कैंप में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। रमेश चंद ने बताया कि कुछ समय पहले वह छुट्टी पर घर गए थे। छुट्टी खत्म होने के बाद वह ड्यूटी ज्वॉइन करने के लिए 28 दिसंबर को रेवाड़ी बस स्टैंड पहुंचे थे। बस स्टैंड से जाटूसाना जाने के लिए बस में सवार होते समय किसी ने भीड़ में उनका एटीएम व मोबाइल चोरी कर लिया। उसके बाद मोबाइल व एटीएम के जरिए ही खाते से 259000 हजार रुपए निकाल लिए।
जांच करने पर आरोपी की पहचान जाटव मोहल्ला रामपुरा निवासी लोकेश पालिया के रूप में हुई। जिसमें 20200 रुपए अपने अकाउंट में ड्रांसफर किए जबकि एक लाख रुपए खाते से निकाले गए। बाकी लेनदेन पेटीएम से किया गया। पूरी जानकारी हासिल करने के बाद रमेश चंद ने इसकी शिकायत बस स्टैंड चौकी पुलिस को दी। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी लोकेश पालिया की तलाश शुरू कर दी है। गुरुवार को पुलिस ने लोकेश के घर दबिश भी दी, लेकिन वह नहीं मिला। बस स्टैंड चौकी पुलिस के अनुसार जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
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पानीपत में रोका बाल विवाह: लड़का और लड़की दोनों थे नाबालिग, शपथ पत्र लेकर फिलहाल रोकी गई शादी
लड़का व लड़की दोनों के स्कूली दस्तावेजों की जांच की गई तो लड़की की उम्र 16 साल व लड़के की उम्र 19 साल पाई गई। दोनों ही अभी शादी के योग्य नहीं थे। परिवार वालों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल इस शादी को रोक दिया गया है।


हरियाणा के पानीपत जिले के एक गांव में बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बाल विवाह रुकवाया है। अधिकारी ने सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को किया। लड़का व लड़की दोनों के स्कूली दस्तावेजों की जांच की गई। जिसमें लड़की की उम्र 16 साल व लड़के की उम्र 19 साल पाई गई। दोनों ही अभी शादी के योग्य नहीं थे। परिवार वालों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल इस शादी को रोक दिया गया है। दोनों पक्षों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल शादी पर रोक लगा दी है। वहीं 4 जनवरी को कोर्ट खुलने के बाद मामला कोट के संज्ञान में लाकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता के अनुसार
जानकारी देते हुए बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि उन्हें सूचना प्राप्त हुई की गांव नवादा पार में एक नाबालिग लड़की की शादी होनी है। सूचना मिलने पर वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वहां जाकर लड़की पक्ष से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान लड़की के सभी दस्तावेज चेक किए गए। लड़की के स्कूल के दस्तावेजों में उसकी जन्मतिथि मार्च 2005 की मिली। यानी दस्तावेजों के आधार पर लड़की अभी महज 16 साल की थी। इसके बाद लड़के पक्ष को फोन पर बात कर अपने कार्यालय बुलाया। जहां लड़का पक्ष मौजूद हुआ और लड़के के दस्तावेजों को चेक किया गया, जिसमें लड़का भी नाबालिग पाया गया। लड़के की उम्र दस्तावेजों के आधार पर 19 साल थी।
इन कारणों से हो रही थी बाल विवाह
लड़की के पिता ने बताया कि वह पेशे से श्रमिक हैं। यह अपनी बेटी की शादी गरीबी और अज्ञानता के चलते कर रहे थे। साथ ही वह खुद हार्ट पेशेंट है, उनकी तमन्ना थी कि उनके जीते जी उनकी बेटी की शादी हो जाए। वही लड़के पक्ष से लड़के का कहना है कि उसकी चार बड़ी बहने हैं, जो कि चारों विवाहित हैं। तीन भाई व एक छोटी बहन है। अब घर में कोई रोटी बनाने वाला नहीं था, क्योंकि मां की तबीयत सही नहीं रहती है। इसी के चलते वह शादी कर रहा था।
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बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं: थाने में युवक संग जाने को अड़ी 19 वर्षीय छात्रा, दो दिन पहले गई थी साथ
युवती ने पुलिस से साफ कह दिया कि वह युवक के साथ ही जाएगी। पुलिस और परिजनों के सामझाने पर वह नहीं मानी। छात्रा ने परिजनों की सब दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं।


हरियाणा के रोहतक के जिले में कॉलेज से दो दिन पहले एक युवक संग गई युवती को पुलिस ने बरामद कर लिया। हालांकि युवती ने पुलिस से साफ कह दिया कि वह युवक के साथ ही जाएगी। पुलिस और परिजनों के सामझाने पर वह नहीं मानी। छात्रा ने परिजनों की सब दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं।
कॉलेज गई थी प्रवेश पत्र लेने
लाखन माजरा थाना क्षेत्र के एक गांव से छात्रा मंगलवार सुबह कॉलेज के लिए यह कहकर निकली थी कि आगामी परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र लेने जा रही हूं। उसके वापस न लौटने पर परिजनों ने काफी खोज खबर की।रातभर छात्रा की खोज-खबर करने के बाद बुधवार सुबह पुलिस को सूचना दी। छात्रा के पिता ने थाना लाखन माजरा में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने छात्रा व युवक को वीरवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया। दोनों को थाना लाया गया। यहां छात्रा ने युवक संग जाने की रट लगा दी।
कोर्ट में होंगे पेश
मामले में थाना लाखन माजरा एसएचओ अब्दुल्ला खान का कहना है कि छात्रा बालिग है। छात्रा व युवक को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहां उनके बयानों के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। युवक व छात्रा को कोर्ट ले जाने की तैयारी की जा रही है।
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