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भिखारी ठाकुर के सहयोगी रामचन्द्र मांझी को मिलेगा संगीत नाटक अकादमी सम्मान
छपरा, 11 जुलाई। भोजपुरी के शेक्सपीयर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के सहयोगी कलाकार नर्तक रामचन्द्र मांझी को ‘संगीत नाटक अकादमी सम्मान 2017’ प्रदान किए जाने की घोषणा को भोजपुरी भाषा-भाषियों ने सराहा है| उनका कहना है कि देश-विदेश में प्रसिद्ध इस कला को पहली बार राष्ट्रीय फलक पर यह सम्मान मिलने जा रहा है।
दरअसल रामचंद्र मांझी की पहचान भिखारी ठाकुर के नाच पार्टी के (पुरुष नर्तक) के रूप में है और भिखारी ठाकुर भी खुद पुरुष नर्तक थे और लौंडा नाच पार्टी चलाते थे। इस घोषणा से देश के कई रंगकर्मियों, विद्वानों, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। लोगों का कहना है कि यह सम्मान भिखारी ठाकुर को सम्मानित करने जैसा है। आज से 3-4 वर्ष पहले तक रामचंद्र मांझी को बहुत कम ही लोग जानते थे। पहली बार वह चर्चा में तब आए, इस सम्मान के लिए उनका नामांकन हुआ। दो बार लगातार असफल होने के बाद तीसरी बार उन्हें चुना गया है।
रामचंद्र मांझी भोजपुरी भाषा-भाषी क्षेत्र की नाच परंपरा को जीवंत बनाने के लिए पूरी तरह से समर्पित रहे हैं, लेकिन गुमनाम कलाकार रहे हैं। भिखारी ठाकुर से प्रशिक्षित एवं उनके साथ काम कर चुके जीवित बचे कलाकारों में से रामचंद्र मांझी सबसे वरिष्ठ ऐसे कलाकार हैं, जो अपने जीवन के 93 वसंत देख चुके हैं। फिर भी लगातार भिखारी ठाकुर की नाच मंडली (अब भिखारी ठाकुर रंग मंडल) में भिखारी ठाकुर द्वारा रचित हर नाटकों में मुख्य भूमिका निभाते हैं। रंगमंडल में नारी की भूमिका करने के लिए प्रसिद्ध माने जाते हैं। इन्होंने ‘बिदेसिया’ नाटक में रखेलिन के किरदार को अपने अभिनय, गायकी एवं नृत्य से एक ऐसी ऊंचाई प्रदान की है जिसके आस-पास फटकना भी आज के रंगकर्मियों के लिए चुनौती है।
सारण जिले के एक छोटे से गांव तुजारपुर में जन्में रामचन्द्र मांझी दलित समुदाय से आते हैं| उनके जन्म का कोई लिखित प्रमाण नहीं है पर मतदाता पहचान पत्र के अनुसार उनका जन्म 1930 में हुआ है जबकि रामचंद्र मांझी अपनी स्मरण पर जोड़ देते हुए खुद को 93 वर्ष का बताते हैं। वह 12 वर्ष की उम्र में ही भिखारी ठाकुर की नाच पार्टी से जुड़े थे। वह बताते हैं कि भिखारी ठाकुर से पहले उन्होंने गांव के ही दीनानाथ मांझी की नाच मंडली में नाच का प्रशिक्षण लिया और नाचना-गाना शुरू कर दिया था। उसके बाद उन्हें भिखारी ठाकुर की नाच पार्टी में शामिल होने का न्योता मिला।
उन्होंने आंगिक-वाचिक अभिनय सहित धोबिया नाच, नेटुआ नाच, गजल, कव्वाली, निर्गुण, भजन, दादरा, खेमटा, कजरी, ठुमरी, पूर्वी, चइता गायन का गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण के पश्चात भिखारी ठाकुर द्वारा रचित सभी नाटकों में मुख्य कलाकार के रूप में अपनी भूमिका प्रदान की। रामचंद्र मांझी अब तक भिखारी ठाकुर के एक-एक नाटकों की हजारों-हजार प्रस्तुतियां देश-विदेश के विभिन्न समारोहों एवं गांव के शादी-विवाह तथा त्योहारों में कर चुके हैं।
रामचंद्र मांझी अब तक मोतीलाल नेहरू, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, जगजीवन राम, जयप्रकाश नारायण, लालू प्रसाद यादव, नितीश कुमार, राबड़ी देवी, शरद यादव, रामविलास पासवान तथा दारोगा राय जैसे देश के बड़े राजनेताओं के समक्ष अपनी प्रस्तुतियां दे चुके हैं। पर समाज में आज भी रामचंद्र मांझी की इस कला को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता है। रामचंद मांझी हीं क्यों, इस विधा से जुड़े हर कलाकार को समाज एवं परिवार में हेय दृष्टि से देखा जाता है।
रामचंद्र मांझी कहते हैं कि मुझे यह बताते हुए मुझे अपने समाज पर शर्म आ रही है कि मेरे नाच को आज तक मेरे परिवार के लोगों ने नहीं देखा। भिखारी ठाकुर के नाटकों बिदेसिया में रखेलिन व प्यारी सुंदरी, गबरघिचोर में गलीज बहू, बेटी-बेचवा में हजामिन, पिया निसइल में रखेलिन गंगा-स्नान में मलेछू बहु, पुत्र-बध में छोटकी, भाई-बिरोध में छोटकी, कृष्णलीला में यशोदा,ननद-भाउजाई में भाउजाई, बिधवा-बिलाप में विधवा स्त्री की भूमिका के लिए जाने जाते हैं।
मांझी का पिछले तीन वर्ष से संगीत नाटक अकादमी सम्मान के लिए नामिनेशन हो रहा था परंतु सफलता तीसरे वर्ष मिली। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार 2015 के लिए पहली बार जब रामचंद्र मांझी का नॉमिनेशन हुआ था, उस वर्ष यह सम्मान बिहार से रंगकर्मी परवेज अख्तर एवं रामचंद्र सिंह को मिला। रामचंद्र मांझी जब दूसरी बार नॉमिनेट हुए तब, यह सम्मान बिहार से लोक गायक ब्रजकिशोर दुबे को प्राप्त हुआ। अंततः तीसरी बार में रामचंद्र मांझी इस पुरस्कार के लिए चुने गए हैं। चौथा खंभा न्यूज़ .com / नसीब सैनी/अभिषेक मेहरा
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ITBP सब इंस्पेक्टर के खाते से 2.59 लाख उड़ाए: हिमाचल से लौटते समय बस में चोरी हुआ ATM कार्ड और मोबाइल; एक चूक से पकड़ा गया बदमाश
सब इंस्पेक्टर हिमाचल के रहने वाले है और रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित आईटीबीपी के कैंप में तैनात है। रेवाड़ी बस स्टैंड चौकी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
हरियाणा के रेवाड़ी में ITBP में तैनात सब इंस्पेक्टर का मोबाइल फोन व ATM कार्ड चोरी कर उनके खाते से 2 लाख 59 हजार रुपए साफ कर दिए। सब इंस्पेक्टर हिमाचल के रहने वाले है और रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित आईटीबीपी के कैंप में तैनात है। रेवाड़ी बस स्टैंड चौकी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, हिमाचल के अवैरी बैजनाथ निवासी रमेश चंद ITBP में रेवाड़ी के जाटूसाना स्थित कैंप में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। रमेश चंद ने बताया कि कुछ समय पहले वह छुट्टी पर घर गए थे। छुट्टी खत्म होने के बाद वह ड्यूटी ज्वॉइन करने के लिए 28 दिसंबर को रेवाड़ी बस स्टैंड पहुंचे थे। बस स्टैंड से जाटूसाना जाने के लिए बस में सवार होते समय किसी ने भीड़ में उनका एटीएम व मोबाइल चोरी कर लिया। उसके बाद मोबाइल व एटीएम के जरिए ही खाते से 259000 हजार रुपए निकाल लिए।
जांच करने पर आरोपी की पहचान जाटव मोहल्ला रामपुरा निवासी लोकेश पालिया के रूप में हुई। जिसमें 20200 रुपए अपने अकाउंट में ड्रांसफर किए जबकि एक लाख रुपए खाते से निकाले गए। बाकी लेनदेन पेटीएम से किया गया। पूरी जानकारी हासिल करने के बाद रमेश चंद ने इसकी शिकायत बस स्टैंड चौकी पुलिस को दी। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी लोकेश पालिया की तलाश शुरू कर दी है। गुरुवार को पुलिस ने लोकेश के घर दबिश भी दी, लेकिन वह नहीं मिला। बस स्टैंड चौकी पुलिस के अनुसार जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
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पानीपत में रोका बाल विवाह: लड़का और लड़की दोनों थे नाबालिग, शपथ पत्र लेकर फिलहाल रोकी गई शादी
लड़का व लड़की दोनों के स्कूली दस्तावेजों की जांच की गई तो लड़की की उम्र 16 साल व लड़के की उम्र 19 साल पाई गई। दोनों ही अभी शादी के योग्य नहीं थे। परिवार वालों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल इस शादी को रोक दिया गया है।
हरियाणा के पानीपत जिले के एक गांव में बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बाल विवाह रुकवाया है। अधिकारी ने सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को किया। लड़का व लड़की दोनों के स्कूली दस्तावेजों की जांच की गई। जिसमें लड़की की उम्र 16 साल व लड़के की उम्र 19 साल पाई गई। दोनों ही अभी शादी के योग्य नहीं थे। परिवार वालों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल इस शादी को रोक दिया गया है। दोनों पक्षों से शपथ पत्र लेकर फिलहाल शादी पर रोक लगा दी है। वहीं 4 जनवरी को कोर्ट खुलने के बाद मामला कोट के संज्ञान में लाकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता के अनुसार
जानकारी देते हुए बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि उन्हें सूचना प्राप्त हुई की गांव नवादा पार में एक नाबालिग लड़की की शादी होनी है। सूचना मिलने पर वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वहां जाकर लड़की पक्ष से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान लड़की के सभी दस्तावेज चेक किए गए। लड़की के स्कूल के दस्तावेजों में उसकी जन्मतिथि मार्च 2005 की मिली। यानी दस्तावेजों के आधार पर लड़की अभी महज 16 साल की थी। इसके बाद लड़के पक्ष को फोन पर बात कर अपने कार्यालय बुलाया। जहां लड़का पक्ष मौजूद हुआ और लड़के के दस्तावेजों को चेक किया गया, जिसमें लड़का भी नाबालिग पाया गया। लड़के की उम्र दस्तावेजों के आधार पर 19 साल थी।
इन कारणों से हो रही थी बाल विवाह
लड़की के पिता ने बताया कि वह पेशे से श्रमिक हैं। यह अपनी बेटी की शादी गरीबी और अज्ञानता के चलते कर रहे थे। साथ ही वह खुद हार्ट पेशेंट है, उनकी तमन्ना थी कि उनके जीते जी उनकी बेटी की शादी हो जाए। वही लड़के पक्ष से लड़के का कहना है कि उसकी चार बड़ी बहने हैं, जो कि चारों विवाहित हैं। तीन भाई व एक छोटी बहन है। अब घर में कोई रोटी बनाने वाला नहीं था, क्योंकि मां की तबीयत सही नहीं रहती है। इसी के चलते वह शादी कर रहा था।
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बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं: थाने में युवक संग जाने को अड़ी 19 वर्षीय छात्रा, दो दिन पहले गई थी साथ
युवती ने पुलिस से साफ कह दिया कि वह युवक के साथ ही जाएगी। पुलिस और परिजनों के सामझाने पर वह नहीं मानी। छात्रा ने परिजनों की सब दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं।
हरियाणा के रोहतक के जिले में कॉलेज से दो दिन पहले एक युवक संग गई युवती को पुलिस ने बरामद कर लिया। हालांकि युवती ने पुलिस से साफ कह दिया कि वह युवक के साथ ही जाएगी। पुलिस और परिजनों के सामझाने पर वह नहीं मानी। छात्रा ने परिजनों की सब दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं बालिग हूं, मेरी मर्जी जहां जाऊं।
कॉलेज गई थी प्रवेश पत्र लेने
लाखन माजरा थाना क्षेत्र के एक गांव से छात्रा मंगलवार सुबह कॉलेज के लिए यह कहकर निकली थी कि आगामी परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र लेने जा रही हूं। उसके वापस न लौटने पर परिजनों ने काफी खोज खबर की।रातभर छात्रा की खोज-खबर करने के बाद बुधवार सुबह पुलिस को सूचना दी। छात्रा के पिता ने थाना लाखन माजरा में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने छात्रा व युवक को वीरवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया। दोनों को थाना लाया गया। यहां छात्रा ने युवक संग जाने की रट लगा दी।
कोर्ट में होंगे पेश
मामले में थाना लाखन माजरा एसएचओ अब्दुल्ला खान का कहना है कि छात्रा बालिग है। छात्रा व युवक को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहां उनके बयानों के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। युवक व छात्रा को कोर्ट ले जाने की तैयारी की जा रही है।
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